सोमवार, 16 अप्रैल 2012

मशरूम उत्पादन युवाओं के लिए बेहतर व्यवसाय

मशरूम यानी खुंबी। इसे गांवों में छतरी व कुकरमुत्ता आदि नामों से जाना जाता है। दरअसल मशरूम को मृत कार्बनिक पदार्थों पर उगने वाला एक मृतजीवी कवक भी कहते हैं। यह खुंबी उत्पादन ग्रामीण युवाओं के लिए अच्छा व घरेलू व्यवसाय साबित हो सकता है।


शैक्षिक योग्यता
प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयु सीमा व शैक्षिक ज्ञान संबंधी कोई अनिवार्यता नहीं होती, फिर भी तमाम तकनीकी पहलुओं को समझने के लिए मिडिल या दसवीं पास होना बेहतर है।
पाठयक्रम का स्वरूप
मशरूम उत्पादन में रुचि लेने वाले उम्मीदवारों के लिए देशभर के विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों व कृषि अनुसंधान केंद्रों में साप्ताहिक, पाक्षिक तथा मासिक अवधि के कोर्स संचालित किए जाते हैं। इन पाठय़क्रमों का उद्देश्य मशरूम उत्पादन की नई-नई तकनीक व बीजों की अच्छी नस्ल से परिचित कराना है।
विभिन्न किस्में
खुंबियों में एगैरिकस बाइपोरस, वालवैरियल्ला स्पीसिज, प्ल्यूरोटस स्पीसिज, लेन्टाइनस इडोसिस और फलैम्यूलाइना बेल्यूटाइप्स प्रमुख हैं, लेकिन भारत में पहली तीन खुंबियों की खेती की जाती है।
सरकारी ऋण व्यवस्था
मशरूम उत्पादन को स्वरोजगार के रूप में अपनाने वाले उम्मीदवारों को सरकार व राज्य सरकार की ओर से आर्थिक सहायता की व्यवस्था यह सहायता कृषि मंत्रालय (भारत सरकार) द्वारा दी जाती है। इसमें पांच लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता का प्रबंध है। गौरतलब है कि मशरूम उत्पादन से जुड़े एससी/ एसटी उम्मीदवारों को सरकारी ऋण में राहत की भी
व्यवस्था है।
मशरूम के लिए जलवायु
मशरूम उत्पादन के लिए अलग-अलग जलवायु या वातावरण की आवश्यकता होती है। टेम्परेंट मशरूम के लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान व 70 से 90 फीसदी नमी जरूरी है।
इसका उत्पादन अक्तूबर से फरवरी के बीच ठीक रहता है। ऑयस्टर मशरूम के लिए तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तथा नमी 80 फीसदी से अधिक होनी चाहिए। इसके उत्पादन के लिए सितम्बर-अक्तूबर का महीना बेहतर माना जाता है। वॉल वैरियल्ला के लिए तापमान 30 से 40 डिग्री सेल्सियस व नमी 80 से ज्यादा होनी चाहिए। इसका उत्पादन अप्रैल से अक्तूबर के बीच किया जाता है। मशरूम उत्पादन में जलवायु का खास महत्त्व है, अत: इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
प्रशिक्षण संस्थान
राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास फाउंडेशन बागवानी भवन, पंखा रोड, सागरपुर, नई दिल्ली
पादपरोग संभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली।
राष्ट्रीय खुंब अनुसंधान केंद्र, चम्बाघाट, सोलन, हिमाचल प्रदेश।
स्नोव्यू मशरूम लैब एवं ट्रेनिंग सेंटर, नरेला, दिल्ली-40
पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, लुधियाना पंजाब-141004
हिसार कृषि अनुसंधान, हिसार, हरियाणा
इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टीटयूट, इलाहाबाद, यूपी
आणंद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, आणंद, गुजरात
जेबी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, पंत नगर, उत्तरांचल-263145
मशरूम : पौष्टिक आहार
मशरूम एक पौष्टिक आहार है। इसमें खनिज, लवण, विटामिन तथा एमीनो एसिड जैसे पौष्टिक तत्त्व पाए जाते हैं। मशरूम हृदय रोग एवं मधुमेह जैसी बीमारियों के इलाज में सहायक है। मशरूम में फोलिकएसिड तथा लावणिक तत्त्व पाए जाते हैं, जो खून में लालकण बनाने में मददगार होते हैं।

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